मध्य प्रदेश के निमाड़ में मौसमी पारा भले ही उफान पर हो लेकिन खंडवा में एक निर्दलीय विधायक का राजनीतिक पारा अचानक यू-टर्न ले चुका है. कांग्रेस के लिए रास्ते का कांटा बने बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेन्द्र सिंह महज 72 घंटे में ही कांग्रेस के लिए संकटमोचन बनकर सामने खड़े हो गए.
दरअसल, दो दिन पहले तक खंडवा लोकसभा सीट पर कांग्रेस के अंदर घमासान मचा हुआ था. प्रत्याशी अरुण यादव को लेकर खंडवा और बुरहानपुर में कांग्रेस के एक धड़े के बीच जबर्दस्त विरोध चल रहा था. बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेन्द्र सिंह ने खंडवा और बुरहानपुर में अरुण यादव से असंतुष्ट कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करते हुए अरुण यादव के खिलाफ अपनी पत्नी जयश्री ठाकुर को मैदान में उतार दिया था. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद खंडवा पहुंचे ठाकुर सुरेन्द्र सिंह ने अपनी पत्नी का नामांकन वापस लेने की बात कही है.