मोनू पचौरी
चंबल की जिस महिला रेसलर रानी राणा को कुश्ती में करियर बनाने को लेकर उसके गांव वालों ने ताना दिया था, आज उसने इतिहास रच दिया है. जी हां, मध्य प्रदेश को आज अपनी इस बेटी पर फख्र हो रहा है. रानी ने नेशनल रेसलिंग प्रतियोगिता के 55 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है. महाराष्ट्र के शिरडी में आयोजित नेशनल वुमन रेसलिंग चैंपियनशिप में रानी राणा ने मध्य प्रदेश को यह गौरव दिलाया है. इस कामयाबी के साथ ही रानी ने एशियन और वर्ल्ड चैम्पियनशिप खेलने की पात्रता हासिल कर ली है.
एमपी की पहली गोल्ड मेडलिस्ट
ग्वालियर की रहने वाली रानी राणा ने महाऱाष्ट्र के शिरडी में आयोजित नेशनल वुमन रेसलिंग चैम्पियनशिप में धमाकेदार प्रदर्शन किया. रानी ने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में विरोधी महिला पहलवानों को 10-0 की करारी शिकस्त दी. खिताबी मुकाबले में रानी का सामना उत्तर प्रदेश की नंबर एक रेसलर मानसी से हुआ. फायनल में रानी शुरू से ही मानसी पर हावी रही और आखिर में 6-2 से शिकस्त देकर रानी ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. ये पहला मौका था जब मध्य प्रदेश को महिला रेसलिंग की नेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल मिला है. इस खिताब के साथ ही रानी नेशनल रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाली मध्य प्रदेश की पहली महिला रेसलर बन गई है.