भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बाद शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है, राज्य में अब हर शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाया जाएगा.,मुख्यमंत्री ने कहा कि शुक्रवार शाम 6 बजे सोमवार सुबह 6 बजे तक प्रदेश के सभी शहरों में लॉकडाउन रहेगा. यह लॉकडाउन शहरी क्षेत्रों में रहेगा. लॉकडाउन के दौरान भी वैक्सीनेशन का कार्य जारी रहेगा. सीएम हाउस में शिवराज ने इसे लेकर प्रदेश के वरीय अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी. इसके बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है। सभी जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को बैठक कर अपने जिलों के पेशेंट लोड और परिस्थितियों को देखते हुए आवश्यक और उपयुक्त निर्णय करने के लिए तत्काल बैठकें आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। ओर कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आवश्यक होने पर बड़े शहरों में कंटेनमेंट एरिया भी बनाए जाएंगे।
अब सिर्फ हफ्ते मे 5 दिन ही खुले रहेंगे सरकारी दफ्तर,
इससे पहले शिवराज सिंह ने बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक के दौरान सीएम ने अधिकारियों के साथ कोरोना की स्थिति की समीक्षा की थी। उसके बाद उन्होंने निर्णय लिया था कि प्रदेश में सभी सरकारी दफ्तर सप्ताह में पांच दिन ही खुलेंगे। साथ ही उनकी टाइमिंग भी तय की है। दूसरी तरफ छिंदवाड़ा में सात दिन के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. शिवराज ने कहा है कि हम पूरी तरह से लॉकडाउन की तरफ नहीं जाएंगे
60 घंटे के लॉक-डावन ने फिर बढ़ाई प्रवासी मजदूरो की चिंता
दूसरी तरफ मुंबई और महाराष्ट्र में सरकार की सख्ती और लॉकडाउन के डर ने एक बार फिर से मजदूरों को पलायन करने पर मजबूर कर दिया है. मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से बीते सप्ताह भर से अचानक मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. मज़दूरों के अलावा मुम्बई में बसने वाले प्रवासी भी पलायन कर रहे हैं. हालांकि कुछ लोगों की तैयारी पहले से थी लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए और मुम्बई पर लॉकडाउन का खतरा देखते हुए मजदूर तत्काल टिकट लेकर पलायन कर रहे हैं. देश के कई राज्यों और शहरों में लॉकडाउन और नाइटकर्फ्यू लगाया जा चुका है. इसके बाद प्रवासी मजदूरों की चिंता और बढ़ गई है.
ऑक्सीजन आपूर्ति का कोई संकट नहीं
चौहान ने कहा कि इन उपायों के साथ-साथ इलाज की व्यवस्था के विस्तार पर भी राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है। प्रदेश में बिस्तरों की संख्या 36 हजार से बढ़ाकर एक लाख की जा रही है। प्रत्येक जिले में कोविड केयर सेंटर स्थापित किया जा रहा है। शासकीय चिकित्सालयों के साथ निजी अस्पतालों का सहयोग भी लिया जा रहा है। राज्य शासन निजी अस्पतालों में निरूशुल्क उपचार की व्यवस्था भी कर रही है। भोपाल में पीपुल्स और जे.के. अस्पताल में व्यवस्था की जा रही है। इंदौर और अन्य शहरों में भी निजी अस्पतालों की क्षमता का उपयोग करने संबंधी निर्देश दिए गए हैं। ऑक्सीजन आपूर्ति का कोई संकट नहीं है। ऑक्सीजन के संबंध में भारत सरकार और गुजरात राज्य से बात की है। भिलाई स्टील प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति आरंभ हो गई है। शासकीय स्तर पर रेमिडिसीवर इंजेक्शन की खरीद भी आरंभ हो रही है। दवाईयों की कोई कमी न रहे, इसका भी समुचित प्रबंध किया जाएगा।
यह परीक्षा की घड़ी है, हम साथ मिलकर लड़ेंगे और सफल होंगे
आत्म-अनुशासन बनाए रखें
मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से आत्म-अनुशासन बनाए रखते हुए मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने, बार-बार हाथ धोने, अनावश्यक घर से बाहर न निकलने और भीड़ न लगाने की अपील की है।